निचला कमर दर्द या पीठ दर्द ज्यादातर लोग कभी ना कभी अपने जीवन में अनुभव करते हैं। कमर दर्द हमारी पीठ के छाती की हड्डियों के निचले भाग मैं सबसे ज्यादा होता है जिसे लम्बर रीजन(Lumbar Region) कहा जाता है।
इस जगह पर सबसे ज्यादा दर्द होता है और कुछ भी काम करने में बहुत मुश्किल होती है। वैसे तो निचला कमर दर्द हालांकि अपने आप ठीक हो जाता है परंतु कभी-कभी दर्द कम ना होने पर चिकित्सा की आवश्यकता पड़ती है।
यह कुछ सामान्य लक्षण है जिनके लिए आपको ज्यादा घबराने की जरुरत नहीं है या फिर आप बाद में भी अस्पताल या चिकित्सा केंद्र जाकर अपना इलाज करवा सकते हैं –
अगर आपके ऑफिस के ज्यादातर काम में खींचना, भारी चीजों को उठाना या कुछ ऐसा काम करना जिससे आपके रीड की हड्डी को दबाव महसूस हो कमर के दर्द का मुख्य कारण हो सकता है। कभी-कभी लंबे समय तक ऑफिस के कुर्सी पर बैठे रहने पर भी कमर का दर्द होता है या पीठ मे असुविधा होती हैं।
कभी-कभी काम के समय या फिर चलते समय जब हम किसी वजनदार सामान को उठाते हैं तो उससे भी हमारे कमर पर दबाव पड़ता है। हम जितना भी सामान उठाते हैं उसका दबाव हमारे रीड की हड्डी के निचले भाग पर पड़ता है जो हमारा कमर है।
कभी-कभी कुछ लोगों को कमर का दर्द उनका खुद का बैग उठाने के कारण भी होता है क्योंकि उनके बैग का वजन ज्यादा होता है और वह लंबे समय तक उसे अपने पीछे लटका कर रखते हैं। ऐसे में किसी चक्के वाले बैक का इस्तेमाल करना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा।
कभी कभी जिम जाने वाले या गोल्फ खेलने वाले लोगों को अपने खेल या व्यायाम के दौरान मांसपेशियों पर ज्यादा जोर देने पर कमर का दर्द शुरू हो जाता है। ऐसे समय में या तो कुछ दिनों के लिए आराम करें या कुछ ऐसे आसान व्यायाम करें जिनसे आपके कमर पर दबाव ना पड़े।
आपने एक बात तो सुना ही होगा कि जब भी बैठे हैं सीधा बैठे। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि अगर आपके बैठने की मुद्रा ठीक नहीं है तो इसका सीधा असर आपक रीड की हड्डी पर पड़ता है।
कॉल सेंटर पर या सॉफ्टवेयर कंपनी पर काम करने वाल लोग या ऐसी कंपनियों में काम करने वाले लोग जहां जाता समय खड़े होकर काम करना पड़ता हो वैसे समय में कमर में दर्द एक साधारण बात होती है। ऐसे समय में कुछ देर के लिए ब्रेक लें क्योंकि स्वास्थ्य से बड़ा कुछ नहीं होता है।
रीड की हड्डी छोटे-छोटे हड्डियों के टुकड़ों से जुड़कर बना हुआ है जिन्हें डिस्क कहा जाता है और उन पर चोट लगने से अत्यधिक क्षति पहुंचने का खतरा बना रहता है। रीड की हड्डी के डिस्क पर अत्यधिक दबाव पड़ने पर या चोट लगने पर अत्यधिक पीठ दर्द होता है जिस अवस्था को हेरिन्टेड डिस्क कहा जाता ह।ै
कभी कभी कुछ बड़ी परेशानियों के कारण भी कमर के निचले हिस्से में बहुत ज्यादा दर्द होता है। कई प्रकार के कारण इसमें हो सकते हैं जैसे-
ज्यादातर लोगों को 25 से 30 वर्ष की उम्र के बाद से कमर दर्द का खतरा बना रहता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ कमर दर्द की शिकायत भी धीरे-धीरे बढ़ कर चले जाते हैं। बढ़ती उम्र के साथ साथ कमर दर्द के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे-
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